शिवरीनारायण-सम्पूर्ण भारतवर्ष में छत्तीसगढ़ को धान का कटोरा कहा जाता है। क्योंकि धान की सबसे अधिक पैदावार छत्तीसगढ़ में होती है। प्रदेश की सभी खरीदी केंद्र में समर्थन मूल्य पर धान खरीदी की शुरुआत 14 नवंबर 2024 से हो गई है
जो 31 जनवरी 2025 तक चलेगी। कुछ.कुछ खरीदी केंद्रों में धान की आवक तो शुरू भी हो गई थी मगर कुछ.कुछ खरीदी केंद्रों में धान की आवक अभी अभी शुरू हो रही है। इसी कड़ी में शिवरीनारायण खरीदी केंद्र में आज धान खरीदी की शुरुआत हुई है। शिवरीनारायण धान मंडी प्रभारी कांशीराम कश्यप से मिली जानकारी के अनुसार आज पहले दिन शैल कुमारी पटेल दुरपा व रथराम कर्ष तुस्मा कुल 2 किसानों ने अपना धान बेचा। शैल कुमारी पटेल व रथराम कर्ष से धान की खरीदी की गई। राज्य की सभी खरीदी केंद्र में पिछले वर्ष एक एकड़ में 21 क्विटंल धान की खरीदी की जा रही थी। इस बार भी राज्य सरकार ने किसानों से 21 क्विंटल धान खरीदने करने का फैसला किया है। धान बेचने के लिए या तो किसान स्वयं भी आ सकता है या किसी कारणवश स्वयं आने में असमर्थ हैं तो किसी भी एक व्यक्ति को नामिनी बनाकर भेज सकता है। उसके लिए नामिनी बनने वाले व्यक्ति की आधार कार्डए मोबाईल नंबर सहित आवेदन प्रस्तुत करने होंगें।
धान बिक्री के लिए टोकन अनिवार्य
इस सीजन में पिछले वर्ष की तरह किसानों को धान बेचने के लिए भगदड़ की स्थिति ना बने इसके लिए किसानों को ऑफलाइन टोकन के अलावा ऑनलाइन टोकन भी जारी किया जाएगा। शासन ने स्पष्ट किया है कि इस वर्ष छ.ग. के सभी जिलों में टोकन पद्धति से धान खरीदी करना अनिवार्य है अर्थात् सभी किसानों से जो भी धान खरीदी की जायेगी उसके लिए टोकन अनिवार्य है। बिना टोकन के किसी भी किसानों से धान खरीदी नही की जायेगी। किसान मोबाईल में ऐप डाउनलोड कर घर बैठे ही टोकन के लिए आवेदन कर सकते हैं। शासन ने किसानों को टोकन के लिए धान खरीदी केन्द्रों में जाकर भटकना न पड़ेए इसके लिए व्यवस्था इस साल भी रहेगी। इस एप से किसान अपने बेचने वाले धान का टोकन खुद काट सकेगा। उसे सहकारी समिति में जाने की जरूरत नहीं पड़ेगी। नए किसानो को एप में रजिस्ट्रेशन के समय समिति के द्वारा जारी किसान पंजीयन क्रमांकए मोबाइल नंबर व किसानों को अपनी भूमि संबंधी जानकारी को एप में डालना होगा। सभी आवश्यक जानकारियॉ प्रविष्ट करने पर धान बिक्री करने दिनांक सहित टोकन क्रमांक प्रदान की जायेगी। इस बार लघु सीमांत कृषक अधिकतम दो बार तथा दीर्घ कृषक अधिकतम तीन बार ही टोकन काट सकेगा।
नए किसान को एक बार करना होगा रजिस्ट्रेशन
इस सीजन में धान बेचने वाले नए किसानो को धान बेचने से पहले टोकन तुहर हाथ एक में एक बार रजिस्ट्रेशन करना होगा। उन्हें पहले से इस एप को मोबाइल के प्ले स्टोर से डाउनलोड करना होगा। उसके बाद रजिस्ट्रेशन वाले ऑप्शन में जाकर किसान पहले पंजीयन नंबर और मोबाइल नंबर डालेगा। फिर उस मोबाईल नंबर पर वेरीफिकेशन के लिए एक ओटीपी आयेगा। इस ओटीपी को डालकर पंजीयन करना होगा। फिर चार अंक का पिन या पासवर्ड बनाना होगा। जो किसान विगत् वर्ष धान बिक्री किये थे उन्हे रजिस्ट्रेशन जरूरी नही है।
बायोमेट्रिक पहचान जरूरी
पंजीकृत पर्चीधारी किसान या नामित व्यक्ति को धान बेचने बायोमेट्रिक मशीन में अंगूठे का निशान देना अनिवार्य किया गया है।
1) किसान को टोकन में निर्धारित मात्रा के बराबर धान खरीदी केंद्र तक लाना होगा, धान की मात्रा 0.40 क्विंटल प्रति बोरा के अनुपात में होगा।
2) पंजीकृत किसान या नामित व्यक्ति के अलावा किसी से भी धान खरीदी नही की जा सकती।
3) पंजीकृत किसान या नामित व्यक्ति की बायोमेट्रिक मशीन में अंगूठे का निशान मिलान नही होने पर धान खरीदी नही की जा सकती।
इस बीच श्रीमति अंजनी मनोज तिवारी,सागर केशरवानी,संतोष अग्रवाल,राहुल थवाईत,अंकुर गोयल,बुद्धेश्वर केशरवानी,विष्णु हरि गुप्ता,कोमल पटेल एवं समस्त नगर वासी मौजूद रहे